सपने क्यों आते हैं। - गज़ब साइंस

Saturday, September 1, 2018

सपने क्यों आते हैं।



सपने क्यों आते हैं। 




दुनिया शयद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो,जिसने सपने नहीं देखे हो ? नींद में व्यक्ति को अच्छे या बुरे सपने आते हैं। मनोवैज्ञानिक का कहना हैं कि सपने वास्तव में मनुष्य की अपूर्ण इच्छाओं  का रूप हैं इन्हे अपनी इच्छाओं को पूरा करने का माध्यम भी माना जाता हैं। यही  हैं कि सपने हमेशा भावनाओं,डर,इच्छाओ,जरूरतो,और  यादो से जुड़े होते हैं। यही कारण हैं कि भूखा वयक्ति जहां छप्पन भोग का के सपने देखता है ,वही वही कुरूप वयक्ति के सपने में अप्सराएँ होती हैं।


इसी तरह ठंड में ठिठुरता वयक्ति अलवा  के सपने देखता हैं। मनोवैज्ञानक का कहना हैं कि सोते समय इस तरह के विचारों को रोकने वाले केंद्र भी सो जाते हैं ,इस कारन विचारो के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं होती हैं। दिवास्पवन भी एक तरह के सपने ही होते हैं.जो दिन में खुली आँखों से देखे जाते हैं जब शरीर  आराम की मुद्रा में होता हैं और इस बात में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं होती हैं कि उसके आसपास क्या हो रह हैं। 

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